राहुल द्रविड़ का जीवन परिचय, क्रिकेटर, जन्म, बर्थ प्लेस, उम्र, परिवार, वाइफ, वनडे करियर, नेटवर्थ, पूरा नाम, बच्चे, बेटी, बेटा, स्टैट्स, कोच, क्रिकेट करियर, बायोग्राफी बुक, सेंचुरीस, मैरिज, रिकार्ड्स लिस्ट, क्रिकेट से सन्यास, इंस्टाग्राम, टि्वटर, शिक्षा [Rahul Dravid Biography In Hindi] (Cricketer, Birth, Birth Place, Age, Family, Wife, ODI Career, Net Worth, Full Name, Children, Daughter, Son, Stats, Coach, Cricket Career, Biography Book, Centuries, Marriage, Records List, retired from cricket, Instagram, Twitter, Education)
राहुल द्रविड़ भारत के पूर्व क्रिकेटर रह चुके हैं। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में भारत के लिए अहम योगदान दिया। द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट की दीवार के रूप में जाना जाता रहा है। वह भारतीय टीम में एक अहम कड़ी के रूप में शामिल थे। अपने क्रिकेट करियर में कई बार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत को जीत हासिल कराई है।
वे एक ऐसे भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने क्रिकेट करियर से संन्यास लेने के बाद भी अपना योगदान देना नहीं छोड़ा और आने वाले युवाओं को क्रिकेट की बारीकिया सिखाएं, जिससे भारत को एक मजबूत और तकनीकी रूप से कुशल टीम मिल सके। इतना ही नहीं वे भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के कोच भी रह चुके हैं। वर्तमान में वे भारत की सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच हैं।
वे भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं। 1996 से वे इसके नियमित सदस्य रहें हैं। अक्टूबर 2005 में वे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में नियुक्त किये गए और सितम्बर 2007 में उन्होंने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया। 16 साल तक भारत का प्रतिनिधित्व करते रहने के बाद उन्होंने मार्च 2012 में अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मैट से सन्यास ले लिया।
राहुल द्रविड़ का जीवन परिचय
(Rahul Dravid Biography In Hindi)
नाम (Name) | राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) |
पूरा नाम (Full Name) | राहुल शरद द्रविड़ |
उपनाम (Other Name) | द वॉल, द ग्रेट वॉल, जैमी मिस्टर डिपेंडेबल |
जन्म (Birth) | 11 जनवरी 1973 |
जन्म स्थान (Birth Place) | इंदौर, मध्य-प्रदेश |
गृहनगर (Hometown) | इंदौर, मध्य-प्रदेश |
उम्र (Age) | 49 वर्ष |
हाइट (Height) | 1.8 मी |
वेट (Weight) | 72 kg |
पेशा (Profession) | क्रिकेटर, कोच |
भूमिका (Role) | बल्लेबाज़ और वैकल्पिक विकेटकीपर |
घरेलू टीम (Home Team) | कर्नाटक |
टीम (Team) | कर्नाटक, कैंट, स्कॉटिश सैलटाएर्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, राजस्थान रॉयल्स मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब,केंटबेरी |
आईपीएल टीम (IPL Team) | 2008-2010 रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 2011-2013 राजस्थान रॉयल्स |
टेस्ट डेब्यू (Test Debut) | 20 जून 1996 बनाम इंग्लैंड लॉर्ड्स के मैदान पर |
वनडे डेब्यू (ODI Debut) | 3 अप्रैल 1996 बनाम श्रीलंका सिंगापुर |
T20 डेब्यू (T20 Debut) | 31 अगस्त 2011 बनाम इंग्लैंड |
बॉलिंग (Bowling) | दाएं हाथ ऑफ ब्रेक |
बैटिंग (Batting) | दाएं हाथ |
जर्सी नंबर (Jersey Number) | #19 |
कोच (Coach) | केकी तारापोर और जी आर विश्वनाथ |
स्कूल/कॉलेज (school/College) | सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ कॉमर्स बैंगलोर विश्वविद्यालय, सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन बैंगलोर |
शैक्षिक योग्यता (Educational Qualification) | B.COM, MBA |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | विवाहित |
विवाह वर्ष (Marriage Year) | 4 मई 2003 |
धर्म (Religion) | हिंदू |
जाति (Caste) | मराठी ब्राह्मण |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
राहुल द्रविड़ का परिवार (Rahul Dravid Family)
पिता (Father’s Name) | शरद द्रविड़ |
माता (Mother’s Name) | पुष्पा द्रविड़ |
भाई (Brother) | विजय द्रविड़ |
मैरिज (Marriage) | 4 मई 2003 |
पत्नी (Wife) | विजेता पेंढारकर |
बच्चे (Children) | बेटे (Son) – समित द्रविड़, अन्वय द्रविड़ बेटी (Daughter) – कोई नहीं |
राहुल द्रविड़ का सोशल मीडिया (Rahul Dravid Social Media)
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राहुल द्रविड़ नेटवर्थ (Rahul Dravid Networth)
राहुल द्रविड़ की नेटवर्थ 23 मिलियन डॉलर के लगभग है,जो भारतीय रुपए में 172 करोड रुपए है। इनकी सैलरी 12 करोड से भी ज्यादा है और इनकी मंथली इनकम 1 करोड़ से अधिक है।
राहुल द्रविड़ का जन्म, परिवार, शिक्षा
(Rahul Dravid’s Birth, Family, Education)
राहुल शरद द्रविड़ का जन्म 11 जनवरी 1973 को इंदौर, मध्य प्रदेश, भारत में एक मराठा परिवार में हुआ। उनके पैतृक पूर्वज थंजावुर, तमिल नाडू के अय्यर थे। वे बेंगलोर कर्नाटक में बड़े हुए। वे मराठी और कन्नड़ बोलते है।
विजय उनके छोटे भाई हैं। दोनों भाई एक साधारण मध्यम वर्ग के माहौल में बड़े हुए। द्रविड़ के पिता GE Electric के लिए काम करते थे, यह एक कम्पनी है जो जेम और अन्य संरक्षित खाद्य बनाने के लिए जानी जाती है। इसीलिए सेंट जोसेफ हाई स्कूल बेंगलोर में उनकी टीम के सदस्यों ने उन्हें उपनाम दे दिया जेमी। उनकी माँ पुष्पा, बंगलौर विश्वविद्यालय में वास्तुकला की प्रोफेसर थीं। राहुल ने नागपुर की एक सर्जन डॉक्टर विजेता पेंधारकर से शादी की और 11 अक्टूबर 2005 को उनके बेटे समित का जन्म हुआ। 27 अप्रैल 2009 को विजेता ने उनके दूसरे बेटे को जन्म दिया।
राहुल द्रविड़ ने 4 मई 2003 को कर्नाटक के सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स बेंगलोर से डिग्री प्राप्त की। उन्होंने एक अनौपचारिक मैच में अपने स्कूल सेंट जोसेफ की टीम के लिए सेंट एंथोनी के खिलाफ अपना पहला शतक लगाया।केरला के खिलाफ कर्नाटक की स्कूल टीम के लिए दोहरा शतक लगाया।
राहुल द्रविड़ सेंचुरिस (Rahul Dravid Centuries)
इन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 36 शतक और वनडे में 12 शतक बनाए हैं।लिस्ट A मैच में इन्होंने 21 शतक लगाए तथा टी-20 में एक भी शतक नहीं लगा पाए। आईपीएल में भी इन्होंने शतक नहीं लगाया।
राहुल द्रविड़ का क्रिकेट करियर (Rahul Dravid Cricket Career)

द्रविड़ ने 11 वर्ष की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया और अंडर-15, अंडर-17 और अंडर-19 के स्तर पर उन्होंने राज्य का प्रतिनिधित्व किया। राहुल की प्रतिभा को एक पूर्व क्रिकेटर केकी तारापोरे ने देखा, जो चिन्ना स्वामी स्टेडियम में ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर में कोचिंग कर रहे थे। उन्होंने अपनी स्कूल टीम के लिए शतक बनाया। बल्लेबाजी के साथ साथ, वह विकेट कीपिंग भी कर रहे थे। बाद में उन्होंने पूर्व टेस्ट खिलाड़ियों गुंडप्पा विश्वनाथ, रोजर बिन्नी, बृजेश पटेल और तारापोर की सलाह पर विकेट कीपिंग बंद कर दी।
फरवरी 1991 में उन्हें पुणे में महाराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्रॉफी की शुरुआत करने के लिए चुना गया और इस समय वे बेंगलोर में सेंट जोसेफ कोलेज ऑफ़ कामर्स में पढ़ रहे थे। उनका पहला पूर्ण सत्र 1991-92 में था, जब उन्होंने 63.3 के औसत पर 380 रन बना कर 2 शतक बनाये और दुलीप ट्रोफी में उन्हें दक्षिणी जोन के लिए चयनित किया गया।
राहुल द्रविड़ का अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर
(International Cricket Career Of Rahul Dravid)
मार्च 1996 में विश्व कप के ठीक बाद सिंगापुर में सिंगर कप के लिए श्रीलंका की क्रिकेट टीम के खिलाफ एक दिवसीय मेच खेलने के लिए उन्हें विनोद काम्बली की जगह लिया गया। इसके बाद उन्हें टीम से हटा दिया गया और फिर से इंग्लैंड के दौरे के लिए चुना गया।ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन के बाद द्रविड़ ने 1996-97 में दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर भी इस स्थिति को बनाये रखा।
उन्होंने जोहान्सबर्ग में तीसरे टेस्ट में तीसरे नंबर पर खेलते हुए 148 और 81 के साथ अपना मेडन शतक बनाया। प्रत्येक पारी में उनका स्कोर अधिकतम था, जिसने उन्हें ”मेन ऑफ़ दी” मेच का अवार्ड दिलाया।उन्होंने 1996 में सहारा कप में पाकिस्तान के खिलाफ पहला अर्द्ध शतक बनाया, इस मेच में उन्होंने अपने दसवें मेच में, 90 का स्कोर बनाया। 1998 के मध्य में इन 18 महीनों की समाप्ति तक उन्होंने एक श्रृंखला वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेली, एक श्रृंखला श्रीलंका के खिलाफ खेली और एक घरेलू श्रृंखला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली। उन्होंने लगातार 56.7 के औसत पर 964 रन बनाये।
उन्होंने 11 अर्द्ध शतक लगाये लेकिन इसे ट्रिपल आंकडों में बदलने में समर्थ नहीं बन पाए। 1998 के अंत में उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ एक टेस्ट मेच में अपना दूसरा शतक बनाया। दोनों परियों में 148 और 44 रन का अधिकतम स्कोर बना कर भी, वे भारत को हारने से नहीं रोक पाए।1999 में न्यूजीलैण्ड के खिलाफ टेस्ट मेच में दोनों परियों में शतक बनाने वाले वे तीसरे व्यक्ति बन गए। इससे पहले ये रिकॉर्ड विजय हजारे और सुनील गावस्कर ने बनाया था।
1999 की शुरुआत में उनका दौरा मध्यम रहा, उन्होंने 38.42 के औसत के साथ 269 रन बनाये, इसके बाद 1999 के अंत में न्यूजीलेंड के खिलाफ एक शतक सहित 39.8 के औसत पर 239 रन बनाये।इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला में उनका प्रदर्शन खराब रहा। एक और घरेलू श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनका प्रदर्शन खराब रहा जिसमें उन्होंने केवल 18.7 के औसत पर 187 रन बनाये। उसके बाद उन्होंने 200* का स्कोर बनाया।
यह दिल्ली में जिम्बाब्वे के खिलाफ उनका पहला दोहरा शतक था और साथ ही दूसरी पारी में भी 70* रन बनाते हुए उन्होंने भारत को विजय प्राप्त करने में मदद की।12 महीनों में पहली बार उन्होंने 50 को पार किया और इसके अगले टेस्ट में 162 रन बनाये, उन्होंने 43 के औसत पर दो मेच श्रृंखलाओं में 432 रन बनाए।
2001 में कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट मैच की श्रृंखला के दूसरे टेस्ट में द्रविड़ ने वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर खेल के इतिहास में सबसे बड़ी जीत की वापसी की। इसे जारी रखते हुए इस जोड़े ने मैच की दूसरी पारी में पांचवें विकेट के लिए 376 रन बनाए।द्रविड़ ने 180 का स्कोर बनाया, जबकि लक्ष्मण ने 281 रन बनाये। बाद में इसी वर्ष में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पोर्ट एलिजाबेथ में उन्होंने दूसरी पारी में 87 रन बनाते हुए, दक्षिण अफ्रीका की जीत को हार में बदल दिया। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मैच रहा।
2002 वह वर्ष था जब द्रविड़ ने तेंडुलकर की छाया से उभरना शुरू किया और अपने आप को भारत के प्रमुख टेस्ट बल्लेबाज के रूप में स्थापित कर लिया। अप्रेल के महीने मे जॉर्ज टाउन, वेस्ट इंडीज में श्रृंखला के पहले टेस्ट मेच में, उन्होंने नाबाद 144 रन बनाए। बाद में उसी वर्ष में उन्होंने इंग्लैंड (3) और वेस्ट इंडीज (1) के खिलाफ लगातार चार शतक लगाये।
अगस्त 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले स्टेडियम, लीड्स में श्रृंखला के तीसरे मैच में पहली पारी में 148 का स्कोर बना कर उन्होंने भारत को जीत दिलायी। उन्हें इस प्रदर्शन के लिए ”मेन ऑफ़ दी मैच” का पुरस्कार मिला। इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैच की श्रृंखला में कुल 602 रन बना कर उन्होंने ”मेन ऑफ़ दी सीरीज” का पुरस्कार भी जीता।
2003- 2004 के दौरे में द्रविड़ ने तीन दोहरे शतक लगाये ”न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान” प्रत्येक के खिलाफ एक एक। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में चार मैच की श्रृंखला के दूसरे मैच में, द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की बल्लेबाजी जोड़ी ऑस्ट्रेलिया पर भारी पड़ी, ऑस्ट्रेलिया के विशाल 556 के स्कोर के जवाब में भारत ने 4 विकेट पर केवल 85 रन बनाए थे, जब इस जोड़ी ने हाथ मिलाया। जब उनकी साझेदारी को तोड़ा गया तब तक वे 303 रन बना चुके थे।
लक्ष्मण 148 पर आउट हो गया लेकिन द्रविड़ ने अपनी पारी को जारी रखते हुए 233 रन बनाए। उस समय, यह विदेश में किसी भारतीय के द्वारा बनाया गया अधिकतम व्यक्तिगत स्कोर था। जिस समय द्रविड़ वापस लौटा तब भारत को ऑस्ट्रेलिया की पहली परी के स्कोर तक पहुँचने के लिए 33 रन और चाहिए थे। इसके बाद द्रविड़ ने दूसरी पारी में बहुत ज्यादा दबाव के चलते नाबाद 72 रन बना कर एक प्रसिद्द विजय दिलाई। द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैच की श्रृंखला में 103.16 के औसत पर 619 रन का स्कोर बनाया और मेन ऑफ़ दी सीरीज का पुरस्कार जीता।
इस दौरे के बाद के भाग में द्रविड़ ने गांगुली की अनुपस्थिति में मुल्तान में पहले टेस्ट मैच में भारत को पकिस्तान पर विजय दिलायी। रावलपिंडी में इस श्रृंखला के तीसरे और फाइनल मैच में द्रविड़ ने अद्वितीय 270 का स्कोर बना कर भारत को पकिस्तान पर एक ऐतिहासिक जीत दिलायी।
राहुल द्रविड़ का विश्व कप प्रदर्शन (Rahul Dravid’s World Cup Performance)
वे एकमात्र भारतीय हैं जिन्होंने विश्व कप में 2 बेक टू बेक शतक बनाये। उन्होंने केन्या के खिलाफ 110 रन बनाये और इसके बाद टाउनटन में एक मेच में 145 रन बनाये। जहाँ बाद में उन्होंने विकेट कीपिंग की। 2003 के विश्व कप के दौरान वे उपकप्तान रहे जिसमें भारत फाइनल तक पहुँचा। उन्होंने अपनी टीम के लिए दोहरी भूमिका निभाई एक बल्लेबाज की और एक विकेट कीपर की, एक अतिरिक्त बल्लेबाज का काम भी किया, भारत के लिए यह बहुत फायदे की बात थी।
द्रविड़ वेस्ट इंडीज में 2007 के विश्व कप में कप्तान रहे जहाँ भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। द्रविड़ ने बांग्लादेश मैच में 14, बरमूडा मैच में 7* और श्री लंका मैच में 60 का स्कोर बनाया।सातवें विश्व कप 1999 में राहुल द्रविड़ ने 461 रन बनाते हुए अधिकतम रन बनाये।
राहुल द्रविड़ का ट्वेंटी 20 क्रिकेट करियर (Rahul Dravid T20 Cricket Career)

राहुल द्रविड़ आईपीएल 2008, 2009 और 2010 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेले। बाद में उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए 2013 में चैंपियंस लीग ट्वेंटी20 के फाइनल में और 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग के प्ले ऑफ को अंजाम दिया। द्रविड़ ने ट्वेंटी 20 के बाद से सेवानिवृत्ति की घोषणा की।
लीग | मैच | रन | हाई स्कोर | 100 | 50 | एवरेज |
T20 | 1 | 31 | 31 | 0 | 0 | 31.00 |
आईपीएल | 89 | 2174 | 75 | 0 | 11 | 28.23 |
चैंपियंस लीग टवेंटी 20 | 15 | 282 | 71 | 0 | 1 | 23.50 |
राहुल द्रविड़ स्टैट्स (Rahul Dravid Status)
प्रतियोगिता | मैच | इनिंग | नॉट आउट | रन | हाईएस्ट स्कोर | एवरेज | स्ट्राइक रेट | 100 | 200 | 50 | चौके | छक्के |
टेस्ट | 164 | 286 | 32 | 13288 | 270 | 52.31 | 42.51 | 36 | 5 | 63 | 1655 | 21 |
वनडे | 344 | 318 | 40 | 10889 | 153 | 39.17 | 71.24 | 12 | 0 | 83 | 950 | 42 |
T20 | 1 | 1 | 0 | 31 | 31 | 31.0 | 147.62 | 0 | 0 | 0 | 0 | 3 |
आईपीएल | 89 | 82 | 5 | 2174 | 75 | 28.23 | 115.52 | 0 | 0 | 11 | 268 | 28 |
राहुल द्रविड़ के पुरुस्कार/सम्मान (Awards/Honors Of Rahul Dravid)
- द्रविड़ को वर्ष 2000 में पांच विसडेन क्रिकेटरों में से एक के रूप में सम्मानित किया गया।
- 2004 में द्रविड़ को भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
- राहुल द्रविड़ को 1998 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया
- 2013 में पद्म-भूषण से सम्मानित किया गया.
- द्रविड़ को 2004 के उद्घाटन पुरस्कार समारोह में आईसीसी प्लेयर ऑफ़ द ईयर और वर्ष के टेस्ट प्लेयर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- लम्बे समय तक बल्लेबाजी करने की उनकी क्षमता के कारण उन्हें दीवार के रूप में जाना जाता है। “दीवार” के रूप में लोकप्रिय द्रविड़ पिच पर लम्बे समय तक टिके रहने के लिए जाने जाते हैं।
- 7 सितम्बर 2004 को उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद आईसीसी द्वारा वर्ष के इनाग्रल खिलाडी और वर्ष के टेस्ट खिलाडी का पुरस्कार दिया गया।
- उन्हें वर्ष 2000 के विसडेन क्रिकेटरों में से एक की उपाधि दी गई।
- 2005 आईसीसी पुरस्कारों में वे एकमात्र भारतीय थे जिनका नाम वर्ल्ड वन डे इलेवन के लिए दिया गया।
- राहुल द्रविड़ को GQ मेन ऑफ़ द ईयर 2012 अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया।
- एमटीवी यूथ आइकॉन ऑफ द ईयर – 2004
- देव आनंद के साथ एनडीटीवी इंडियन ऑफ द ईयर 2011 का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड।
- ग्लेन मैक्ग्रा के साथ डॉन ब्रैडमैन पुरस्कार 2012
राहुल द्रविड़ के रिकार्ड्स (Rahul Dravid Records)
- द्रविड़ तीसरे भारतीय (दुनिया में छठे) हैं जिन्होंने 10,000 से अधिक टेस्ट रन बनाये हैं।
- 14 फ़रवरी 2007 को वे दुनिया के क्रिकेट इतिहास में छठे और भारत में सचिन तेंडुलकर और सौरव गांगुली के बाद तीसरे खिलाड़ी बन गए, जब उन्होंने एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दस हज़ार रन का स्कोर बनाया।
- वे पहले और एकमात्र बल्लेबाज हैं जिन्होंने सभी 10 टेस्ट खेलने वाले राष्ट्र के विरुद्ध शतक बनाया है।
- 182 से अधिक कैच के साथ वर्तमान में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा कैच का रिकॉर्ड द्रविड़ के नाम है।
- द्रविड़ ने 18 अलग-अलग भागीदारों के साथ 75 बार शतकीय साझेदारी की है, यह एक विश्व रिकॉर्ड है।
- शुरू से लेकर एक डक के लिए आउट होने तक, परियों की सबसे ज्यादा संख्या का रिकॉर्ड भी उनके नाम पर दर्ज है।
- द्रविड़ ने 15 नवम्बर 2003 को हैदराबाद में न्यूजीलैण्ड के खिलाफ 22 गेंदों पर नाबाद 50 रन (स्ट्राइक दर-227.27) बनाये, यह भारतीयों में दूसरा सबसे तेज अर्द्ध शतक है।
- उन्होंने 94 टेस्टों की 150 परियाँ 3 नंबर पर खेली हैं। उन्होंने इस स्थिति में 8000 से अधिक रन बनाए हैं। ये विश्व रिकॉर्ड के रूप में दर्ज हैं।
- वे सुनील गावस्कर के बाद दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने 1 टेस्ट में 2 बार जुड़वां शतक बनाया है। गावस्कर और पोंटिंग मात्र बल्लेबाज हैं जिन्होंने 1 टेस्ट में 3 बार जुड़वां शतक बनाये हैं।
- ये मात्र दो भारतीयों में से एक हैं जिन्होंने 5 डबल शतक बनाये।
- विश्व में एक गैर विकेटकीपर (184) के द्वारा कैचों की अधिकतम संख्या का रिकॉर्ड द्रविड़ के नाम पर है।
- द्रविड़ के नाम एकदिवसीय क्रिकेट में 83 अर्धशतक हैं। इस मामले में सचिन तेंदुलकर, जैक्स कैलिस, व कुमार संगकारा के बाद वह चौथे स्थान पर हैं।
- एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा साझेदारी में शामिल रहें हैं, उन्होंने 1999-2000 में हैदराबाद में सचिन तेंदुलकर के साथ न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 331 रनों की साझेदारी की।
- 1999 के विश्व कप में वे 461 रनों के स्कोर के साथ रन बनाने में अग्रणी रहे हैं।
- एडम गिलक्रिस्ट (149) के बाद एक विश्व कप में एक विकेटकीपर द्वारा बनाया गया दूसरा सर्वोच्च स्कोर (145) द्रविड़ ने ही बनाया है।
- जिम्बाब्वे डेव होज्तोन के बाद वह एकमात्र दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज हैं जिन्होंने विश्व कप में एक एकदिवसीय सौ बनाये।
- मार्क वॉ के बाद वे दूसरे बल्लेबाज हैं जिन्होंने विश्व कप में बैक टू बैक 100 बनाये।
- वे सचिन तेंदुलकर के साथ चौथे स्थान पर हैं, जिनकी कप्तानी में भारत ने अधिकतम मैच जीते।
- राहुल द्रविड़ पहले कप्तान हैं जिनके नेतृत्व में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को दक्षिण अफ्रीका की धरती पर टेस्ट मैच में हरा दिया।
राहुल द्रविड़ ब्रांड्स (Rahul Dravid Brands)
राहुल द्रविड़ ने अपने करियर में रीबॉक, पेप्सी, किसान, कैस्ट्रोल, हच, कर्नाटक टूरिज्म, मैक्स लाइफ, बैंक ऑफ बड़ौदा, सिटीजन, स्काईलाइन कंस्ट्रक्शन, सैनसुई, जिलेट, सैमसंग, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर नोएडा, CRED सहित कई ब्रांडों के लिए काम किया है।
राहुल द्रविड़ का क्रिकेट से सन्यास (Rahul Dravid Retires From Cricket)
राहुल ने अगस्त 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए बुलावा आने के बाद ODI के साथ-साथ T20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट (T20I) से भी संन्यास की घोषणा की थी और मार्च 2012 में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट दोनों से संन्यास की घोषणा की।
टेस्ट – 24 जनवरी 2012, वनडे – 16 सितंबर 2011
राहुल द्रविड़ बायोग्राफी बुक (Rahul Dravid Biography Book)
1 – 2005 में देवेन्द्र प्रभुदेसाई के द्वारा लिखी गई राहुल द्रविड़ की एक जीवनी प्रकाशित हुई ”ए नाईस गाय हू फिनिश्ड फर्स्ट”.
2 – राहुल द्रविड़ – एक जीवनी वेदाम जयशंकर द्वारा लिखित (आई एस बी एन) 2004
FAQ :
Q : राहुल द्रविड़ की उम्र कितनी है ?
Ans : 49 वर्ष
Q : राहुल द्रविड़ की पत्नी कौन है ?
Ans : विजेता पेंढारकर
Q : राहुल द्रविड़ की मातृभाषा क्या है ?
Ans : राहुल का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर में एक मराठी भाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनका परिवार बाद में बैंगलोर चला गया। इनकी मातृभाषा मराठी है।
Q : राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट से संन्यास कब लिया ?
Ans : टेस्ट – 24 जनवरी 2012, वनडे – 16 सितंबर 2011
Q : राहुल द्रविड़ कहां के रहने वाले हैं ?
Ans : बैंगलोर,कर्नाटक
Q : राहुल द्रविड़ के पिता का नाम क्या है ?
Ans : शरद द्रविड़
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