पपीता Papaya एक ऐसा फल है ,जो आसानी से हमे मिल जाता है। गावों में तो लगभग इसका पेड़ घरों के आस -पास मिल जाता है। ऐसा माना जाता है कि पपीते को भारत में पुर्तगाली लेकर आये थे। यह फल हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह एक ऐसा फल है जो हमे मौसम के हिसाब से न मिलते हुए साल भर मिलता है। पपीते के फल का स्वाद लेने के लिए इसे पूरी तरह से पका हुआ पपीता ही खाना चाहिए।
पपीते के बारे में कुछ तथ्य :
- वानस्पतिक नाम – केरिका पापाया
- हिंदी नाम – पपीता
- अंग्रेजी नाम- पापाया (Papaya )
- कुल का नाम – केरिकैसी
- संस्कृत नाम – एरंड कर्कटी
पूरी तरह से पके हुए पपीते का रंग नारंगी होता है। अक्सर इसे लोग फ्रूट चाट बनाकर खाना पसंद करते है। आप इसे हरे मिर्च के नमक, नीबू के साथ मिलाकर भी खा सकते है , इसका स्वाद लाजवाब आता है। इसकी सब्जी बनाकर खाना भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। आप इसका आचार भी बना सकते है। पपीता अपने स्वास्थवर्धक गुणों के कारण जाना जाता है। जिस कारण इसका केवल फल ही नहीं बल्कि जड़,पत्ते और बीज को ओषिधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
पपीते में विटामिन बहुत अच्छी मात्रा में पाए जाते है । इसके आलावा इसमें पेपेइन नामक एंजाइम पाया जाता है जिसका इस्तेमाल सौंदर्य से सम्बंधित उत्पाद बनाने व चुइंगम आदि बनाने में किया जाता है। इसकी विश्व में अनेक प्रजातियॉ पायी जाती है इस फल के अंदर काले रंग के बीज होते है जो संख्या में बहुत अधिक होते है। इन्ही बीजो को यदि मिट्टी में डाल दिया जाये तो उसमे से नए पौधे निकल आते है।
पपीते में प्राकृतिक तौर पर विटामिन सी ,फाइबर व केरोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते है । जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। भारत में कई स्थानों में इसकी खेती की जाती है। केरल ,कर्नाटक ,आंध्र प्रदेश ,गुजरात ,असम ,पश्चिम बंगाल,ओडिशा ,मध्य -प्रदेश आदि राज्यों में इसकी खेती अधिक मात्रा में की जाती है। भारत इसका विश्व में सर्वाधिक उत्पादन करने वाला देश है। यह इसका निर्यात कई देशो में करता है जिनमे बेहरीन ,क़तर ,कुवैत ,सऊदी अरब अमीरात आदि देश शामिल है।
पपीते के फायदे
- पपीता खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है , इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
- यह पेट सम्बन्धी समस्या जैसे कब्ज ,गैस ,अपच आदि में लाभ पहुँचाता है।
- वजन को कम करता है ।
- त्वचा के लाभकारी होता है चेहरे के कील मुहासे ठीक करता है। इसका इस्तेमाल फेस पैक बनाने में भी किया जाता है।
- सूजन को काम करने में सहायक होता है।
- आँखो के लिए लाभकारी होता है।
- महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में लाभ पहुँचाता है।
- ह्रदय रोग में लाभ पहुँचाता है।
- गठिया के रोग में होने वाले दर्द को ठीक करता है।
अन्य फायदे :
1 – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद
पपीते में अन्य विटामिनो के विटामिन-सी भी पाया जाता है । जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है , जिससे हमे कुछ मौसमी बीमारियाँ नहीं होती जैसे सर्दी ,खासी फ्लू आदि। जिन लोगो की प्रति रक्षा प्रणाली कमजोर है । उन्हें इसका सेवन करना चाहिए और इसके गुणों का लाभ उठाना चाहिए।
2 – पपीते के पत्ते से होने वाला लाभ
पपीते को खाने के तो बहुत लाभ है ।परन्तु क्या आप जानते है इसके पत्ते भी गुणों का भंडार है। दोस्तों आपने डेंगू बीमारी के बारे में जरूर सुना होगा। डेंगू बीमारी जो डेंगू मच्छर के काटने से होती है और इस बीमारी में हमारे रक्त में प्लेटलेट्स बहुत जल्दी कम होने लगते है जिस कारण बीमारी से ग्रसित व्यक्ति की कई बार मृत्यु तक हो जाती है इसमें यदि पपीते के पत्तों का रस डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को दिया जाये तो बहुत लाभ पहुँचाता है। यह प्लेटलैट्स को कम होने से रोकता है।
3 – उच्च रक्त चाप के इलाज में मदद
पपीते में पौटेशियम पाया जाता है । जो हमारे शरीर में रक्तचाप को नियंत्रित बनाये रखने में मदद करता है। इसलिए डॉक्टर भी इसका सेवन करने की सलाह देते है। आप इसे मिक्स फ्रूट के साथ भी खा सकते है जिससे आप इसे खाने में सहज महसूस करेंगे। इसके साथ ही यदि आप कच्चे पपीते का सेवन करते है तो वो भी उच्च रक्तचाप की समस्या में लाभ पहुँचाता है। आप कच्चे पपीते की सब्जी बनाकर भी खा सकते है।
4 – पपीते के बीज के फायदे
इसके बीज काले रंग के होते है और यह पपीते में प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। पपीते के बीज में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट जैसे लाइकोपीन ,बीटा केरोटीन जैसे तत्व कैंसर जैसे रोग के जोखिम को कम करने में बहुत फायदेमंद होता है। इसके आलावा इसके बीज के बहुत से फायदे है यदि आप इसके बीज आज तक फेंक देते थे तो अब ऐसा न करे इसके बीजो को सुखाकर पाउडर बना लें। यह आपके पाचन से सम्बंधित समस्या में लाभ पहुँचाता है।
5 – लिवर से सम्बंधित समस्या में लाभ
यह लिवर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके बीज लिवर सिरोसिस जैसे रोग में लाभ पहुंचाते है।
6 – वायरल बुखार होने पर लाभ मिलता है
इसके सेवन से वायरल बुखार में भी लाभ मिलता है। इसके नियमित सेवन से वायरल बुखार होने की समस्या कम होती है।
पपीते खाने के नुक्सान
पपीते खाने के तो बहुत फायदे है लेकिन इसके नुक्सान भी है , इसीलिए इसके बारे में जानना भी उतना ही जरूरी है जितना इसके फायदे के बारे में। जब हम इसके बारे में पूरी जानकारी लेंगे तब जाकर हम इस फल का आंनद लेने के साथ इससे स्वास्थ्य लाभ भी ले सकेंगे। तो आइये इसके नुक्सान के बारे में जानते है।
- इसका सेवन गर्भवती महिलाओं ने नहीं करना चाहिए। क्योकि इसमें पाए जाने वाले कुछ तत्व गर्भावस्था में हानिकारक होते है। जिस कारण गर्भपात ,समय से पूर्व ही प्रसव पीड़ा और गर्भ में पल रहे नवजात को नुकसान पहुंच सकता है।
- इसका ज्यादा सेवन गुर्दे में होने वाली पथरी का कारण हो सकता है।
- जो माताएं बच्चों को स्तन पान कराती है उन्हें इसका सेवन डॉक्टर के परामर्श से ही करना चाहिए।
- यदि आप दस्त से ग्रसित है तो आप को इसका सेवन नहीं करना है।
- पपीते का अधिक सेवन करने से आपकी आखो ,हथेलियों और तलवो का रंग पीला हो जाता है जिस तरह पीलिया में रंग पीला हो जाता है।
- पपीते का सेवन 1 साल से कम के बच्चो को नहीं कराना चाहिए।
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