Manpreet Singh Indian Hockey Captain Biography In Hindi|मनप्रीत सिंह हॉकी खिलाड़ी की जीवनी

Social Share

मनप्रीत सिंह ,भारतीय हॉकी खिलाड़ी ,कप्तान की जीवनी ,वाइफ, फैमिली ,जन्म ,शिक्षा , मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड 2021 [ Indian hockey team captain player , Birth , Age , Manpreet Singh biography in Hindi ]

परिचय :

मनप्रीत सिंह भारतीय राष्ट्रीय हॉकी टीम के कप्तान हैं । इनकी कप्तानी में भारत ने हॉकी में ओलंपिक में 41 साल बाद कांस्य पदक जीता। यह कहना भी गलत नहीं होगा कि 41 साल बाद मिले इस पदक के लिए सभी भारतीय खिलाड़ियों ने जमकर मेहनत की और आज उन्हें इसका परिणाम पदक के रूप में मिला । यह पूरे देश के लिए गौरवपूर्ण पल है । जिसके लिए पूरी भारतीय हॉकी टीम देश भर से बधाइयाँ मिल रही है।

मनप्रीत सिंह भारत के एक बेहतरीन होकरय खिलाड़ी है उन्होंने 2014 में एशिया के जूनियर प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब भी हासिल किया। इन्होंने इंचिओन में एशियाई खेलों में भारत को स्वर्ण पदक भी दिलाया। ये जालंधर ( पंजाब ) के रहने वाले हैं और बचपन से ही हॉकी के शौकीन रहे हैं।

मनप्रीत सिंह जीवन परिचय :

नाममनप्रीत सिंह Manpreet singh
जन्म26 जून 1992
जन्म स्थानमीठापुर जालंधर ( पंजाब )
पिता बलजीत सिंह
मातामनजीत सिंह
बड़े भाई अमनदीप ,सुखराज ( हॉकी के खिलाड़ी )
शिक्षाग्रेजुएट
पेशाफील्ड हॉकी खिलाड़ी
हाइट 5.5 फीट
वेट58 kg
धर्म सिक्ख
विवाह 16 दिसंबर 2020
कोच बलदेव सिंह , ग्राहम रीड
पत्नीइली नाजवा सद्दीक / ( नवप्रीत ) ,मलेशिया
हॉकी कीशुरुवात 2011 ,भारत के लिए ,19 वर्ष की आयु में
खेलने का स्थानआधा वापसी
राष्ट्रीय टीमभारत , 2011
खेलने की स्थितिहाफ बैक

जन्म एवं पारिवारिक परिचय :

मनप्रीत सिंह का जन्म भारत में पंजाब के जालंधर शहर के बाहरी इलाके मीथापुर गांव में 26 जून 1992 को एक किसान परिवार में हुआ। इनके पिता का नाम बलजीत सिंह और माता का नाम मंजीत सिंह है। इनके दो बड़े भाई अमनदीप सिंह , सुखराज सिंह हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ी है। मनप्रीत हॉकी को मनोरंजन की तरह खेलते हैं।

जब पाकिस्तान के खिलाफ भारत का मैच था तब इनके पिता का निधन 2016 में हो गया और यह उनका अंतिम संस्कार करने के बाद तुरंत अपनी टीम का नेतृत्व करने के लिए पहुंच गए और उचित सम्मान हासिल किया। इससे पता चलता है कि इनका खेल के प्रति कितना लगाव है। इनका विवाह पाकिस्तानी मूल की मलेशिया निवासी इली नाजवा सद्दीक उर्फ नवप्रीत से 16 दिसंबर 2020 को हो गया।

शिक्षा :

इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जालंधर में ही प्राप्त की। इनको हॉकी खेलना बहुत पसंद था इसलिए घर से चोरी छुपे खेलने जाया करते थे। इनकी मां को पता चलने पर उन्होंने हॉकी के लिए मना कर दिया। बाद में एक मैच में ₹500 जीतने के बाद इनकी मां ने हॉकी खेलने के लिए हां कर दी।

उसके बाद 2005 में जालंधर में स्थित सर्वश्रेष्ठ हॉकी प्रशिक्षण संस्थान ” सुरजीत हॉकी एकेडमी ” में एडमिशन ले लिया और ट्रेनिंग शुरू कर दी। इन्होंने ग्रेजुएशन भी पंजाब से ही किया। यह अपने मैच खेलने से पहले ध्यान व योग से मन को शांतचित करते हैं और हॉकी में फोकस करते हैं।

हॉकी में करियर :

मनप्रीत सिंह भारतीय पूर्व हॉकी कप्तान और पद्मश्री प्राप्त परगत सिंह से प्रेरित हुए थे। जो उनके गांव मीथापुर से ही है। जब उनके चचेरे बड़े भाइयों ने हॉकी में कई पुरस्कार जीते तो मनप्रीत सिंह उनसे ज्यादा आकर्षित हुए और हॉकी को मन से खेलने लगे। इन्होंने पहली बार 19 साल की उम्र में 2011 में भारत के लिए खेलना शुरू किया।

उसके बाद 2012 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। 2013 में यह हॉकी जूनियर विश्व कप में पुरुषों की हॉकी टीम के कप्तान बने। 2014 में एशिया के जूनियर प्लेयर ऑफ द ईयर के लिए इनका नाम दिया गया।

2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में नामित हुए। मई 2017 से यह भारत की राष्ट्रीय फील्ड हॉकी टीम के कप्तान हैं। मनप्रीत सिंह के खेलने का स्थान आधा वापसी हैं। इनका सपना है ”भारत के लिए कुछ बड़ा जीतना ” और युवाओं को किसी भी एक खेल में खेलने के लिए प्रेरित करना। ये हाफ बैक पोजीशन में खेलते हैं।

इन्होंने ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम 2014 में भी भारतीय टीम से हॉकी का प्रदर्शन किया। उसके बाद भारतीय पुरुष नेशनल फील्ड हॉकी को 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना पहला पदक मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में मिला।

इन्होंने 2016 लंदन में पुरुषों की हॉकी चैंपियनशिप में अपनी हॉकी टीम के लिए रजत पदक जीतने में बड़ी भूमिका निभाई। जब भारतीय कप्तान पीआर श्रीजेश 2017 एशिया कप से पहले चोटिल हो गए थे तो उनकी कप्तानी भी मनप्रीत सिंह ने बड़ी लगन से निभाई। 2013 में हॉकी का प्रसिद्ध टूर्नामेंट सुल्तान जोहोर कप जीतने वाले यह पहले भारतीय कप्तान बने।

मनप्रीत सिंह को प्राप्त पदक :

वर्षआयोजित स्थानप्रतियोगितापदक
2013सुल्तान जोहोर कप स्वर्ण
2014ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल रजत
2014इंचिओनएशियन खेलस्वर्ण
2016लंदनपुरुष हॉकी चैंपियनशिपरजत
2017एशिया कप स्वर्ण
2017हॉकी वर्ल्ड लीगकांस्य
2018चैंपियंस ट्रॉफीरजत
2018जकार्ताएशियाई खेलकांस्य
2018एशियाई चैंपियनशिप ट्रॉफीस्वर्ण

अवार्ड / सम्मान :

1 – मनप्रीत सिंह को 2018 में भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार दिया गया।

2 – TOISA सम्मान दिया गया।

3 – 2014 एशिया हॉकी फेडरेशन ने मनप्रीत सिंह को जूनियर प्लेयर ऑफ द ईयर के अवार्ड से नवाजा।

4 – मनप्रीत सिंह को खेलों में अतुलनीय योगदान के लिए वर्ष 2021 का मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार प्रदान किया गया।

मनप्रीत सिंह की लव स्टोरी :

जब मनप्रीत सिंह सुल्तान जोहार कप के लिए मलेशिया गए थे ,तब उनकी गर्ल फ्रेंड इली नाजुवा सद्दीक दर्शकों के बीच थी और वे मनप्रीत सिंह की सेल्फी ले रही थी। क्योंकि वह उनकी फैन थी। तभी दोनों की मुलाकात हुई।

मनप्रीत सिंह ने उनका मोबाइल नंबर ले लिया और संपर्क में रहने लगे। कुछ सालों बाद इन्होंने फरवरी 2014 में सगाई कर ली और 16 दिसंबर 2020 को विवाह कर लिया। इली नाजुवा सद्दीक पाकिस्तान मूल की मलेशिया निवासी है। इनका नाम नवप्रीत भी है।

टोक्यो ओलंपिक 2021 में मनप्रीत सिंह का हॉकी में प्रदर्शन :

मनप्रीत सिंह की कप्तानी में टोक्यो ओलंपिक 2021 में भारत ने हॉकी में कांस्य पदक जीत लिया और जर्मनी को 5-4 से हराया। मनप्रीत सिंह की कप्तानी में इंडिया 41 साल बाद ओलंपिक में पदक जीतने में कामयाब रही।

इससे पहले भारत को आखिरी स्वर्ण पदक 1980 मॉस्को मैं मिला था। मनप्रीत सिंह अपना तीसरा ओलंपिक मैच खेल रहे हैं और इसमें वे भारतीय दल का ध्वजवाहक भी बने। 2019 में मनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत ने ओलंपिक क्वालीफायर में रूस को 11-3 से हराकर टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल किया था।

FAQ :

Q – मनप्रीत सिंह कौन है ?

ANS – भारतीय पुरुष हॉकी टीम के खिलाड़ी और कप्तान है।

Q – टोक्यो ओलंपिक 2021 मैं भारतीय पुरुष फील्ड हॉकी टीम ने कौन सा पदक जीता ?

ANS – भारत ने हॉकी में कांस्य पदक जीत लिया ।

Q – मनप्रीत सिंह का जन्म कब और कहां हुआ ?

ANS – 26 जून 1992 को पंजाब के जालंधर के मिथापुर गांव में हुआ।

Q – मनप्रीत सिंह की पत्नी का नाम ?

ANS – इली नाजुवा सद्दीक ( नवप्रीत ) पाकिस्तान मूल की मलेशिया निवासी

अन्य पोस्ट पढ़ें :

1 – मेजर ध्यानचंद हॉकी के जादूगर का जीवन परिचय

2 – रानी रामपाल महिला हॉकी खिलाड़ी का जीवन परिचय

3 – वंदना कटारिया महिला हॉकी खिलाड़ी का जीवन परिचय

4 – ओलंपिक में भारतीय हॉकी का इतिहास जाने


Social Share

Leave a Comment

IPL : 2023 रिंकू सिंह ने अपनी बैटिंग से जीता सबका दिल WPL का पहला अर्धशतक बनाया हरमनप्रीत ने अमरजीत की चमकी किस्मत सोनू सूद ने बुलाया मुंबई अश्विन बने भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज भारत की धाकड़ गेंदबाज है रेणुका ठाकुर WPL 2023 : भारतीय महिला क्रिकेटरों पर लगी करोड़ों की बोली T20 में शतक जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज की लिस्ट शुभमन गिल ने लगाया शानदार शतक