बिपिन रावत का जीवन परिचय, देश की प्रथम सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ), जन्म स्थान ,उम्र, कद, पत्नी, परिवार, जाति, मृत्यु [CDS Bipin Rawat Biography] (Birth Place, Age, Wife, Faimly, Daughter, Caste, Height , Death)
सीडीएस बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे। उन्होंने यह पद भार 1 जनवरी 2020 को संभाला था , वह इस पद से पूर्व भारतीय थल सेना के 27 में सेनाध्यक्ष बने थे। वह मूल रूप से उत्तराखंड के निवासी थे। 8 दिसंबर को सेना का हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमे सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत हेलीकॉप्टर में सवार 13 लोगों निधन हो गया।
बिपिन रावत का जीवन परिचय
नाम (Name) | बिपिन रावत (Bipin Rawat) |
जन्म (Birth) | 16 March 1958 |
जन्म स्थान (Birth Place) | पौड़ी गढ़वाल (उत्तराखंड) |
उम्र (Age) | 63 वर्ष |
माता (Mother’s Name) | – |
पिता (Father’s Name) | ले जन.लक्ष्मण सिंह रावत (LT.General Laxman Singh Rawat) |
पत्नी (Wife) | मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) |
विवाह वर्ष | 1986 |
बेटियाँ (Daughters) | कृतिका , तारिणी |
सर्विस (Service) | Indian Army |
पद (Designation) | सीडीएस ऑफ इंडिया (CDS Of India) |
रैंक (Rank) | 5-Star General |
यूनिट (Unit) | 5/11 गोरखा राइफल्स |
कद (Height) | 1.73 मीटर |
अवार्ड्स (Awards) | उत्तम युद्ध सेवा मेडल(Uttam Yudh Seva Medal) परम विशिष्ट सेवा पदक सेना मेडल(Sena Medal) अति विशिष्ट सेवा पदक युद्ध सेवा मैडल(Yudh Seva Medal) |
सेना प्रमुख बने | 31 दिसंबर 2016 |
सेना प्रमुख पद से इस्तीफा | 31 दिसंबर 2019 |
सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) | 1 जनवरी 2020 |
जाति (Caste) | रावत (Rawat) |
धर्म (Religion) | हिन्दू (Hindu) |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
मृत्यु (Death) | 8 दिसंबर 2021 कुन्नूर (तमिलनाडु) |
मौत का कारण (Cause Of Death) | MI-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटना |
बिपिन रावत का जन्म एवं परिवार (Bipin Rawat Family)
बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जनपद में हुआ था । इनके पिता का नाम लक्ष्मण सिंह रावत है। वे भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल पद पर थे। बिपिन रावत का विवाह मधुलिका रावत से हुआ था। इनकी दो बेटियां भी है ।
बिपिन रावत शिक्षा (Bipin Rawat Education)
इनकी शुरुआती शिक्षा सैंट एडवर्ड स्कूल शिमला से हुई। इसके आगे की शिक्षा के लिए यह देहरादून चले गए और वहां इन्होंने इंडियन मिलट्री एकेडमी में एडमिशन ले लिया। यहां से इन्होंने स्नातक की उपाधि ली आईएमए देहरादून में इन्हें सोर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया।
इसके अलावा इन्होंने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से रक्षा एवं प्रबंधन अध्ययन में एमफिल की डिग्री प्राप्त की है। इसके बाद इन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से स्ट्रैटेजिक और डिफेंस स्टडीज में एमफिल की डिग्री प्राप्त की। वर्ष 2011 में बिपिन रावत ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से सैन्य मीडिया अध्ययन में पीएचडी की।
भारतीय सेना में हुए शामिल
भारतीय सेना के प्रति सीडीएस बिपिन रावत के जुझारूपन की जितनी सराहना की जाए वह हमेशा कम ही। इनके पिता सेना में लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर थे। घर पर ही सैन्य माहौल मिलने के कारण रावत ने सेना में जाने का निर्णय लिया। रावत जी बचपन से ही पढ़ने लिखने में बहुत होशियार थे। IMA (Indian Military Academy) देहरादून में प्रशिक्षण मैं उनके द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया था और यहीं से उनका सैन्य सफर का प्रारंभ हुआ।
बिपिन रावत ने 16 दिसंबर 1978 को बतौर सेकंड लेफ्टिनेंट आईएमए देहरादून से पास आउट हुए थे।। उनकी पहली जॉइनिंग 11 गोरखा राइफल्स की 5 वी बटालियन में थी। जनरल बिपिन रावत ने वर्ष 1979 में भारतीय सेना में भारत के मिजोरम राज्य में अपनी पहली जॉइनिंग ली। नेफा NEFA (North East Frontier Agency) इलाके में अपनी पहली तैनाती के दौरान इन्होंने अपनी बटालियन की अगवाई बहुत ही जोश से की।
सेना में रहते हुए उन्होंने कई आतंकरोधी अभियानों में भाग लिया । जनरल रावत के पास आतंकवादी अभियानों में काम करने का 10 वर्षों का अनुभव था । इसके आलावा उन्हें ऊंचाई वाले क्षेत्र और आतंक रोधी अभियानों में कमान संभालने का भी अनुभव है। भारतीय थल सेना के प्रमुख बनने से लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनने तक अपना अहम योगदान और अनुभव देश की सेवा के लिए प्रदान किया।
अगर उनके सैनिक कैरियर की बात करें , तो इन्होंने अपने करियर के दौरान भारत के साथ – साथ विदेशों में भी अपनी सेवाएं दी । कांगो में संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना की अगुवाई भी इन्होंने की।
सेना में रहते हुए उनकी सेना में उनकी काबिलियत और क्षमताओं को देखते हुए उनका प्रमोशन होता गया और उन्हें 31 दिसंबर 2016 को भारतीय सेना का प्रमुख बनाया गया। सेना प्रमुख बनाए जाने से पूर्व उन्हें 1 सितंबर 2016 को भारतीय सेना का उप सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था। जनरल बिपिन रावत को पूर्वोत्तर भारत में आतंकवाद कम करने में अहम भूमिका निभाने का श्रेय दिया जाता है । साल 2015 में म्यांमार में क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन को उनकी देखरेख में आयोजित किया गया था इस ऑपरेशन में सेना ने एनएससीएन-के के आतंकियों को मुँह तोड़ जवाब दिया था।
साल 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक योजना में भी उनकी अहम भूमिका थी। जिसमें भारतीय सेना के द्वारा एलओसी के पार पीओके तक जाकर आतंकियों का सफाया किया गया। इसके अलावा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश -ए मोहम्मद के आतंकी शिविर पर भी एयर स्ट्राइक की गई थी।
भारतीय सेना में सीरियस बनने तक का सफर
रैंक Rank | Joining date |
सेकंड लेफ्टिनेंट | 16 दिसंबर 1978 |
लेफ्टिनेंट | 16 दिसंबर 1980 |
कैप्टन | 31 जुलाई 1984 |
मेजर | 16 दिसंबर 1989 |
लेफ्टिनेंट कर्नल | 1 जून 1998 |
कर्नल | 1 अगस्त 2003 |
ब्रिगेडियर | 1 अक्टूबर 2007 |
मेजर जनरल | 20 अक्टूबर 2011 |
लेफ्टिनेंट जनरल | 1 जून 2014 |
जनरल | 31 दिसंबर 2016 |
सीडीएस (CDS) | 1 जनवरी 2020 |
कौन है मधुलिका रावत
मधुलिका रावत देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत की पत्नी थी । तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में वह भी अपने पति के साथ हेलीकॉप्टर में मौजूद थी। इस हादसे में उनकी भी मृत्यु हो गई । मधुलिका का जन्म मध्य प्रदेश के शहडोल में हुआ था । इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शहडोल से ही प्राप्त की। इसके आगे की शिक्षा के लिए वे ग्वालियर चली गई और वहां उन्होंने सिंधिया स्कूल से अपनी शिक्षा पूरी की । इन्होंने अपनी स्नातक की शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी से प्राप्त की।
अगर मधुलिका के परिवार की बात करें तो इनकी माता का नाम ज्योति प्रभा सिंह है और पिता का नाम मृगेंद्र सिंह था , जो कांग्रेस पार्टी के नेता और विधायक रह चुके थे । इनका कुछ वर्ष पूर्व निधन हो चुका है। इनके दो भाई भी है , जिनका नाम यशवर्धन सिंह ,हर्षवर्धन सिंह है। इनका विवाह जनरल बिपिन रावत से और वर्ष 1986 में हुआ था। इनकी दो बेटियां भी है ।
मधुलिका रावत आर्मी वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष भी रह चुकी थी। इस संगठन के माध्यम से सैनिक कर्मियों की पत्नियों बच्चों और आश्रितों के लिए कार्य किया करती थी।
बिपिन रावत मृत्यु (Bipin Rawat Death)
सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी श्रीमती मधुलिका रावत वायु सेना के mi7 वी5 हेलीकॉप्टर से 8 दिसंबर को सुलुर एयर बेस से डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन के लिए रवाना हुए थे । जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था ,लेकिन दुर्भाग्यवश उनका हेलीकॉप्टर कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया । जिसमें उनकी उनके साथ उनकी पत्नी और अन्य सैनिक कर्मियों की भी मृत्यु हो गई।
FAQ :
Q : बिपिन रावत कौन थे ?
ANS : बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ) थे ।
Q : बिपिन रावत की पत्नी का नाम क्या है ?
ANS : मधुलिका रावत
Q : बिपिन रावत का जन्म कब और कहां हुआ था ?
ANS : बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड राज्य के पौड़ी जनपद में हुआ था।
Q : बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस कब बने थे ?
ANS : 1 जनवरी 2020
Q : बिपिन रावत की मृत्यु कब और कैसे हुई ?
ANS : बिपिन रावत और उनकी पत्नी की मृत्यु तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 8 दिसंबर को हुई।
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