भगत सिंह कोश्यारी का जीवन परिचय, महाराष्ट्र के भूतपूर्व गवर्नर, जन्म, उम्र, परिवार, वाइफ, नेटवर्थ, हिस्ट्री, इंस्टाग्राम, टि्वटर, न्यूज़, कमेटी, बेटा, बेटी, मेरिज, स्टेटमेंट, धर्म, फैमिली बैकग्राउंड, शिक्षा, राजनीतिक करियर [Bhagat Singh Koshyari Biography in Hindi] (Former Governor Of Maharashtra, Birth, Age, Family, Wife, Net worth, History, Instagram, Twitter, News, Committee, Son, Daughter, Marriage, Statement, Religion, Family Background, Education, Political Career)
भगत सिंह कोश्यारी न्यूज़ (Bhagat Singh Koshyari News)
भगत सिंह कोश्यारी एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने 2019 से 2023 तक महाराष्ट्र के 22वें राज्यपाल के रूप में कार्य किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी जी का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। कोश्यारी जी ने अपने पद से स्तीफा दे दिया है।
कोश्यारी ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड के लिए पार्टी के पहले राज्य अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2001 से 2002 तक उत्तराखंड के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया और उसके बाद 2002 से 2003 तक उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। उन्होंने उत्तर प्रदेश विधान परिषद में एमएलसी के रूप में और उत्तराखंड विधान सभा में विधायक के रूप में भी कार्य किया।
बाद में उन्होंने उत्तराखंड से 2008- 2014 तक राज्यसभा में सांसद के रूप में कार्य किया और फिर नैनीताल-उधमसिंह नगर निर्वाचन क्षेत्र से 16वीं लोकसभा में सांसद के रूप में कार्य किया। जिससे उन्हें राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों और राष्ट्रीय संसद के दोनों सदनों में निर्वाचित होने का गौरव प्राप्त हुआ।
भगत सिंह कोश्यारी का जीवन परिचय
(Bhagat Singh Koshyari Biography)
नाम (Name) | भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) |
उपनाम (Surname) | हयात सिंह |
जन्म (Birth) | 17 जून 1942 |
जन्म स्थान (Birth Place) | बागेश्वर, उत्तराखंड |
गांव का नाम (Village Name) | नामती चेटाबगड़ |
गृहनगर (Hometown) | कपकोट, बागेश्वर |
उम्र (Age) | 80 वर्ष |
पेशा (Profession) | राजनीतिज्ञ |
व्यवसाय (Occupation) | शिक्षक, लेखक, पत्रकार |
पद (Post) | मुख्यमंत्री उत्तराखंड (30 अक्टूबर 2001 से 1 मार्च 2002 तक) राज्यपाल महाराष्ट्र (5 सितंबर 2019 – 17 फरवरी 2023) गोवा राज्यपाल (18 अगस्त 2020 – 6 जुलाई 2021) |
राजनीति दल (Political Party) | भारतीय जनता पार्टी |
कॉलेज (College) | अल्मोड़ा कॉलेज, उत्तराखंड (पहले आगरा विश्वविद्यालय था) |
शिक्षा (Education) | एम.ए. (अंग्रेजी साहित्य) |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | अविवाहित |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
राष्ट्रीयता Nationality | भारतीय |
भगत सिंह कोश्यारी परिवार (Bhagat Singh Koshyari family)
पिता (Father’s Name) | गोपाल सिंह कोश्यारी |
माता (Mother’s Name) | मोतीमा देवी |
भाई (Brother) | जगत सिंह, नंदन सिंह कोश्यारी |
पत्नी (Wife) | ये अविवाहित हैं |
बेटा (Son) | कोई नहीं |
भगत सिंह कोश्यारी का जीवन परिचय, शिक्षा
(Bhagat Singh Koshyari Education)
कोश्यारी ने प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय महरगाड़ से प्राप्त की। जूनियर हाईस्कूल की शिक्षा घर से 8 किमी दूर शामा से हासिल करने वाले भगत जी ने हाईस्कूल की शिक्षा कपकोट से और इंटर की शिक्षा पिथौरागढ़ से हासिल की। भारी आर्थिक संकट के बीच भगत जी ने बीए और एमए की पढ़ाई अल्मोड़ा महाविद्यालय से की।
कोश्यारी ने अंग्रेजी में मास्टर डिग्री प्राप्त की है और अल्मोड़ा कॉलेज (तब आगरा विश्वविद्यालय) अब कुमाऊं विश्वविद्यालय के एस.एस.जे. कैम्पस में अध्ययन किया है। इस अवधि के दौरान कोश्यारी 1961 और 1962 के बीच अल्मोड़ा कॉलेज के छात्र संघ के महासचिव भी थे। उन्होंने 1979 से 1982, 1982 से 1985 और 1988 से 1991 तक कुमाऊं विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद का भी प्रतिनिधित्व किया है।
भगत सिंह कोश्यारी का व्यक्तिगत जीवन (Bhagat Singh Koshyari Personal life)
भगत सिंह कोश्यारी का जन्म 17 जून 1942 को उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के कपकोट ब्लाक केे एक गॉंव नामति चेटाबगड़ में पिता गोपाल सिंह कोश्यारी और माता मोतीमा देवी के घर हुआ था।
भगत जी 11 भाई-बहनों में नौवीं संतान हैं। उनसे पहले 8 बहनों का जन्म हो चुका था। पारिवारिक जन बताते हैं कि कोश्यारी का नामकरण के समय हयात नाम रखा गया था। एक चचेरे भाई का नाम भी हयात होने के कारण इस होनहार बालक का नाम भगत सिंह रखा गया। कोश्यारी के छोटे भाई जगत सिंह नामती चेटाबगड़ गांव में रहते हैं। वह कई बार प्रधान रह चुके हैं। सबसे छोटे भाई नंदन सिंह कोश्यारी वरिष्ठ पत्रकार हैं।
एक शिक्षक और पत्रकार के रूप में उनका सफल करियर रहा है। उन्होंने कुछ वर्षों के लिए राजा इंटर कॉलेज (अब रामपुर) एटा जिला, उत्तर प्रदेश में व्याख्याता के रूप में काम किया था। कोश्यारी 1975 से पिथौरागढ़, उत्तराखंड से प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक ”पर्वत पीयूष” के संस्थापक और प्रबंध संपादक हैं। उन्होंने दो पुस्तकें भी प्रकाशित की हैं- ”उत्तरांचल प्रदेश क्यों?” और ”उत्तरांचल संघर्ष एवं समाधान”।
भगत सिंह कोश्यारी राजनीतिक करियर
(Bhagat Singh Koshyari Political Career)
कोश्यारी जी का राजनैतिक जीवन शिक्षणकाल के दौरान ही प्रारम्भ हो गया था। शिक्षणकाल में ही वे अपने जीवन को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिये समर्पित कर चुके थे।
वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हो गए। 3 जुलाई 1975 से 23 मार्च 1977 तक आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (MISA) के रखरखाव के तहत उन्हें अल्मोड़ा और फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में कैद रखा गया।
मई 1997 में वे उत्तर प्रदेश विधान परिषद, उत्तर प्रदेश विधानमंडल के ऊपरी सदन के सदस्य बने। 2000 में उन्हें उत्तरांचल के नव निर्मित राज्य के ऊर्जा, सिंचाई, कानून और विधायी मामलों के मंत्री नियुक्त किया गया।
2001 में उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में नित्यानंद स्वामी की जगह ली। उन्होंने अपने राज्य के भाजपा के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है।
2002 के विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी की हार के बाद उन्होंने मार्च 2002 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि वह कपकोट विधानसभा क्षेत्र से चुने गए और 2007 तक उत्तराखंड विधान सभा के विपक्ष के नेता बने।
उत्तराखंड में 2007 के विधानसभा चुनावों में वह कपकोट विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुने गए। हालाँकि भाजपा की जीत के बावजूद कोश्यारी को उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी भुवन चंद्र खंडूरी द्वारा मुख्यमंत्री पद से वंचित कर दिया गया था।
नवंबर 2008 में उन्हें उत्तराखंड से राज्यसभा का सदस्य चुना गया और 2014 में लोकसभा के लिए चुने जाने तक सदस्य बने रहे। उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड में भाजपा प्रमुख भी नियुक्त किया गया है।
2014 के भारतीय आम चुनाव में वह नैनीताल-उधमसिंह नगर, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे।
5 सितंबर 2019 को उन्हें महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था। अगस्त 2020 में उन्हें गोवा के राज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार) के रूप में भी नियुक्त किया गया था।
उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के एक महीने बाद 12 फरवरी 2023 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में पद छोड़ दिया और एक सफल राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कई दशकों के बाद अपने पद से इस्तीफा देने और सेवानिवृत्त होने की इच्छा व्यक्त की।
भगत सिंह कोश्यारी के सामाजिक कार्य (Bhagat Singh Koshyari Social Work)
उन्होंने उत्तराखंड में विभिन्न स्कूलों की स्थापना की जिनमे (सरस्वती शिशु मंदिर, पिथौरागढ़, विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, पिथौरागढ़; और सरस्वती विहार हायर सेकेंडरी स्कूल, नैनीताल) है।
राजनीति में वर्षों के बाद भी वे शिक्षा के प्रति अपने समर्पण में अडिग हैं। वह वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में सेवारत हैं और मुंबई विश्वविद्यालय के (पदेन) चांसलर हैं।
2019 से राज्यपाल के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, राज्य के उच्च शिक्षा के माहौल में कई महत्वपूर्ण विकास हुए हैं। इनमें एनईपी 2020 की शुरुआत, और कई राज्य क्लस्टर विश्वविद्यालयों की स्थापना – डॉ. होमी भाभा राज्य विश्वविद्यालय और एचएसएनसी विश्वविद्यालय मुंबई, शामिल हैं जिसके वे (पदेन) चांसलर हैं।
भगत सिंह कोश्यारी नेटवर्थ (Bhagat Singh Koshyari Net Worth)
भगत सिंह कोश्यारी की कुल संपत्ति 1-3 मिलियन डॉलर के लगभग होने का अनुमान है। उन्होंने एक राजनेता के रूप में अपने प्राथमिक करियर से इतनी संपत्ति अर्जित की है।
भगत सिंह कोश्यारी ट्विटर (Bhagat Singh Koshyari Twitter)
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भगत सिंह कोश्यारी इंस्टाग्राम (Bhagat Singh Koshyari instagram)
FAQ :
Q : भगत सिंह कोश्यारी का जन्म कहां हुआ था ?
Ans : भगत सिंह कोश्यारी का जन्म 17 जून 1942 को उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के कपकोट ब्लाक केे एक गॉंव नामति चेटाबगड़ में हुआ था।
Q : भगत सिंह कोश्यारी के पिता कौन है ?
Ans : गोपाल सिंह कोश्यारी
Q : भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री कब बने थे ?
Ans : 30 अक्टूबर 2001
Q : भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र के राज्यपाल कब बने ?
Ans : 5 सितंबर 2019
Q : भगत सिंह कोश्यारी की पत्नी कौन है ?
Ans : भगत सिंह कोश्यारी अविवाहित है।
Q : भगत सिंह कोश्यारी की उम्र कितनी है ?
Ans : 80 वर्ष
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