जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का जीवन परिचय, 28 वे थल सेना अध्यक्ष, जन्म, जन्मस्थान, शिक्षा, माता, पिता, पत्नी, सेना में करियर, पुरस्कार, उम्र, जाति, धर्म, राष्ट्रीयता, वैवाहिक स्थिति [Manoj Mukund Naravane Biography] (General 28th Army Chief, Birth, Birth Place, Education, Mother, Father, Wife, Career in Army, Awards, Age, Caste, Religion, Nationality)
M M नरवाने भारतीय सेना में जनरल के पद पर हैं। ये 31 दिसंबर 2019 को 28 वें थल सेना अध्यक्ष (सीओएएस) बने। हाल ही में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद नरवाने को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ CDS पद के लिए सबसे आगे माना जा रहा है। क्योंकि भारत के तीनों सेना प्रमुखों में जनरल नरवाने सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं। इन्होंने सेना में कई पदक हासिल किए हैं ,आज इन्हें देश का प्रत्येक नागरिक जानता है। 31 दिसंबर 2019 को भारत सरकार ने उन्हें आर्मी चीफ के पद पर नियुक्त किया। जनरल बिपिन रावत को सीडीएस बनाए जाने के बाद नरवणे जी को COAS के पद पर पदोन्नत किया गया था।
जनरल मनोज मुकुंद नरवाने का जीवन परिचय
नाम (Name) | मनोज मुकुंद नरवाने (Manoj Mukund Naravane) |
जन्म (Born) | 22 अप्रैल 1960 |
जन्म स्थान (Birth Place) | पुणे,बॉम्बे राज,भारत |
गृहनगर (Hometown) | पुणे (महाराष्ट्र) |
उम्र (Age) | 61 वर्ष |
माता (Mother’s Name) | सुधा नरवाने (ऑल इंडिया रेडियो में अनाउंसर) |
पिता (Father’s Name) | मुकुंद नरवाने (वायु सेना में विंग कमांडर के पद से रिटायर) |
पत्नी (Wife) | वीणा नरवाने (शिक्षिका) |
बेटियां (Daughter) | ईशा एवं अमला |
पेशा (Profession) | Indian Army Officer |
पद (Rank) | जनरल (General) |
क्रम | 28 वें |
शिक्षा (Education) | नेशनल डिफेंस एकेडमी से स्नातक डिफेंस स्टडी में स्नातकोत्तर डिग्री एम.फिल |
हाइट (Height) | 5 फुट 8 इंच |
स्कूल (School) | जनाना प्रबोधिनी पाठशाला,पुणे ,महाराष्ट्र |
जाति (Caste) | मराठी ब्राह्मण |
धर्म (Religion) | हिंदू |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
कार्यकाल | 1980 – वर्तमान |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | विवाहित |
पुरस्कार /सम्मान (Awards) | विशिष्ट सेवा पदक सेना पदक अति विशिष्ट सेवा पदक परम विशिष्ट सेवा पदक |
मनोज मुकुंद नरवाने का जन्म एवं परिवार (Manoj Mukund Naravane Birth, Family)
मनोज मुकुंद नरवाने का जन्म 22 अप्रैल 1960 को पुणे ,महाराष्ट्र में हुआ था। इनके पिता का नाम मुकुंद नरवाने एवं माता का नाम सुधा नरवाने हैं। इनके पिता वायु सेना में एक पूर्व अधिकारी थे। जो विंग कमांडर के पद से रिटायर हुए थे। इनकी माता ऑल इंडिया रेडियो में एनाउंसर तथा 25 साल के अनुभव के साथ एक शिक्षिका और आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष हैं। इनकी दो बेटियां भी है, जिनका नाम ईशा नरवाने एवं अमला नरवाने हैं।
शिक्षा (Manoj Mukund Naravane Education)
जनरल नरवाने ने अपनी स्कूली शिक्षा महाराष्ट्र ,पुणे के ज्ञान प्रबोधिनी प्रशाला में प्राप्त की। इन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकैडमी पुणे ,भारतीय सैन्य अकैडमी देहरादून ,रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन और आर्मी वार कॉलेज महू( मध्य प्रदेश )में भाग लिया। नरवाने के पास मद्रास विश्वविद्यालय चेन्नई से रक्षा अध्ययन में M.A की डिग्री और एम.फिल है। इन्होंने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में डिग्री प्राप्त की है। यह वर्तमान में पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला से रक्षा और सामरिक अध्ययन में डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहे हैं।
जनरल नरवाने का सेना में करियर (Manoj Mukund Naravane Carrer)
वर्ष 1980 को मनोज मुकुंद नरवाने सेना में भर्ती हुए। 2 साल बाद 7 जून 1982 में इन्हें सेना के लेफ्टिनेंट पद पर प्रमोशन मिला। उसके बाद 7 जून 1985 को आर्मी ने उन्हें कप्तान के पद पर नियुक्त किया।
उसके 6 साल बाद 7 जून 1991 को एक बार फिर से इन्हें आर्मी ने प्रमोशन देकर मेजर बनाया। करीब 11 साल बाद 31 दिसंबर 2002 में वह लेफ्टिनेंट कर्नल बने। 1 फरवरी 2005 में वह कर्नल की पोस्ट पर तैनात हुए। उसके 5 साल बाद 19 जुलाई 2010 में उनको ब्रिगेडियर बनाया गया।
उसके बाद एक बार फिर से 3 साल बाद 1 जनवरी 2013 को वे मेजर जनरल बने।उसके 2 साल बाद 10 नवंबर 2015 में लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर प्रमोट हुए। उसके बाद 31 दिसंबर 2019 को भारत सरकार ने उन्हें आर्मी चीफ के पद पर नियुक्त किया।
जनरल नरवाने को जून 1980 में सिख लाइट इन्फेंट्री की 7वीं बटालियन में कमीशन किया गया और 40 वर्ष से अधिक के अपने आर्मी करियर में उन्होंने इंस्पेक्टर जनरल (उत्तर) से लेकर चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस )तक के विभिन्न पदों पर कार्य किया। हाल ही में वे जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद सीडीएस पद के लिए भी सबसे आगे हैं।
वर्ष 2018 ,1अक्टूबर को उन्होंने पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडर -इन -चीफ के रूप में कार्यभार संभाला। पूर्वी कमान चीन के साथ भारत की 4000 किलोमीटर लंबी सीमा की रक्षा करती है। 16 दिसंबर 2019 को विजय दिवस की पूर्व संध्या पर उन्हें 27 वें सेना प्रमुख बिपिन रावत के 31 दिसंबर 2019 को सेवानिवृत्त होने के बाद भारत के अगले सेनाध्यक्ष के रूप में चुना गया।
नरवाने जी थल सेना चीफ के रूप में कार्यभार संभालने के बाद भारत के सभी डिफेंस चीफ 56 वी नेशनल डिफेंस एकेडमी, पुणे के सेम कोर्स थे। भारत के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है। इन्होंने जम्मू और कश्मीर में राष्ट्रीय रायफल्स की दूसरी बटालियन (सिखली) , 106 इन्फेंट्री ब्रिगेड और असम राइफल्स को कोहिमा ,नागालैंड में महा निरीक्षक (उत्तर )के रूप में कमान दी।
उन्होंने ऑपरेशन पवन के दौरान जम्मू और कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों और श्रीलंका में भारतीय शांति सेना में भी काम किया। लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर पदोन्नति होने के बाद इन्होंने अंबाला स्थित खरगा स्ट्राइक कोर की कमान भी संभाली और दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) के रूप में कार्य किया। जब वे दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमाडर -इन -चीफ के पद पर तैनात थे तब वे 2017 गणतंत्र दिवस परेड के कमांडर भी थे।
सेना कमांडर ग्रेट के पद पर पदोन्नति होने पर उन्हें जनरल ऑफिसर कमांडिंग -इन- चीफ आर्मी ट्रेनिंग कमांड और जनरल ऑफिसर कमांडिंग -इन -चीफ पूर्वी कमान के रूप में कार्य किया। इन्हें 1 सितंबर 2019 को थल सेनाअध्यक्ष (VCOAS)नियुक्त किया गया था और 31 दिसंबर 2019 को जनरल बिपिन रावत को सीडीएस बनाए जाने पर नरवणे जी को COAS के पद पर पदोन्नत किया गया था।
वर्ष | रैंक |
लेफ्टिनेंट | 7 JUNE 1982 |
कप्तान | 7 JUNE 1885 |
मेजर | 7 JUNE 1991 |
लेफ्टिनेंट कर्नल | 31 DECEMBER 2002 |
कर्नल | 1 FEBRUARY 2005 |
ब्रिगेडियर | 19 JULY 2010 |
मेजर जनरल | 1 JANUARY 2013 |
लेफ्टिनेंट जनरल | 10 NOVEMBER 2015 |
सीओएएस | 31 DECEMBER 2019 |
पुरस्कार (Awards)
अपने आर्मी जीवन में नरवाने जी को भारत सरकार और आर्मी की तरफ से कई पुरस्कारों से नवाजा गया। आइए जानते हैं ,उनके पुरस्कारों के बारे में।
परम विशिष्ट सेवा पदक |
अति विशिष्ट सेवा पदक |
सेना पदक |
विशिष्ट सेवा पदक |
सामान्य सेवा पदक |
विशेष सेवा पदक |
ऑपरेशन पराक्रम पदक |
सैन्य सेवा पदक |
विदेश सेवा मेडल |
आजादी की 50वीं वर्षगांठ पदक |
9 साल लंबा सेवा पदक |
20 साल लंबा सेवा पदक |
30 साल लंबा सेवा पदक |
जनरल मनोज मुकुंद नरवाने द्वारा सेना में किए गए अहम कार्य :
नरवाने ने अपने 40 साल के आर्मी करियर में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर कार्य किया। जिनमें से एक जम्मू कश्मीर और उत्तर पूर्व में अशांति एवं उग्रवादियों वाला इलाका एवं दंगे विरोधी माहौल में कई कमांड दी। और आर्मी स्टाफ की नियुक्ति के लिए काम किया। इन्होंने जम्मू कश्मीर में नेशनल राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर एक पैदल आर्मी सेना ब्रिगेड की भी कमान संभाली।
इसके अलावा इन्होंने श्रीलंका में भारतीय शांति सेना में भी हिस्सा लिया। अपने जीवन काल में इन्होंने 3 साल तक म्यांमार के यांगून में भारतीय दूतावास में भारतीय रक्षा अताशे के रूप में भी काम किया।
FAQ :
Q – मनोज मुकुंद नरवाने कौन है ?
ANS -मनोज मुकुंद नरवाने सेना में थल सेना अध्यक्ष (सीओएएस) के पद पर हैं।
Q -मनोज मुकुंद नरवाने का जन्म कब हुआ ?
ANS -22 अप्रैल 1960
Q – मनोज मुकुंद नरवाने का जन्म स्थान कहां है ?
ANS -पुणे, बॉम्बे ,भारत
Q -मनोज मुकुंद नरवाने की जाति,धर्म क्या है ?
ANS -मराठी ब्राह्मण, हिंदू
Q -मनोज मुकुंद नरवाने की उम्र क्या है ?
ANS -61 वर्ष
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