कर्नल अजय कोठियाल का जीवन परिचय, उम्र, गृहनगर, पत्नी, परिवार, आप पार्टी, यूथ फाउंडेशन,पुरस्कार [Colonel Ajay Kothiyal Biography in Hindi] (Age, Wife, Faimly, Hometown, Aap Party Leader, Youth Foundation, Awards)
कर्नल अजय कोठियाल (सेवानिवृत्त) भारतीय सेना के एक पूर्व अधिकारी है। वर्तमान में वे उत्तराखंड में भाजपा नेता है, इससे पूर्व विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी से वे उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के उम्मीदवार थे। लेकिन 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में उन्हें गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी द्वारा हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने मई 2022 में आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए। अपनी सैन्य सेवा के दौरान उन्होंने अपने अदम्य साहस का परिचय दिया जिसकी वजह से उन्हें कई मेडल प्राप्त है।
सेवानिवृति के बाद वे अपना समय समाज सेवा में भी दे रहे है। वे युवाओं में बहुत लोकप्रिय हैं ,उन्होंने उत्तराखंड में युवाओं के रोजगार हेतु यूथ फाउंडेशन की स्थापना भी की है। इस फाउंडेशन के माध्यम से वे युवाओं को मुफ्त में प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। इसके आलावा वे एक पर्वतारोही भी है, उन्होंने वर्ष 2011 में विश्व की आठवीं सबसे ऊंची छोटी माउंट मानसलू को फतह कर इतिहास रचा ।
कर्नल अजय कोठियाल का जीवन परिचय
नाम (Name) | अजय कोठियाल (Ajay Kothiyal) |
जन्म (Born) | 26 फरवरी 1969 |
जन्म स्थान (Birth Place) | टिहरी गढ़वाल (उत्तराखंड) |
गृहनगर (Hometown) | टिहरी |
उम्र (Age) | 52 वर्ष |
पिता (Father’s Name) | सत्यासरन कोठियाल |
माता (Mother’s Name) | सुशीला कोठियाल |
पेशा (Profession) | राजनेता (आम आदमी पार्टी) , सेवानिवृत्त भारतीय सैन्य अधिकारी |
रैंक (Rank) | कर्नल |
पार्टी (Party) | भारतीय जनता पार्टी |
शिक्षा (Education) | पोस्ट ग्रेजुएट |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
धर्म (Religion) | हिंदू |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
अवॉर्ड्स (Awards) | कीर्ति चक्र (2004) शौर्य चक्र (2012) विशिष्ट सेवा मेडल (2011) |
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Website | youthfoundationuttarakhand.org |
अजय कोठियाल का जन्म, परिवार
कर्नल अजय कोठियाल का जन्म 26 फरवरी 1969 को टिहरी गढ़वाल ( उत्तराखंड ) में हुआ था। इनके पिता का नाम सत्यासरन कोठियाल है । इनके पिता सीमा सुरक्षा बल (BSF) में महानिरीक्षक (IG) के पद पर थे। इनकी माता का नाम सुशीला कोठियाल है । अजय कोठियाल पढ़ाई में बचपन से ही होशियार थे ।
इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसेफ अकादमी देहरादून और ब्राइटलैंडस स्कूल से पूरी की। केंद्रीय विद्यालय देहरादून डीएवी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से स्नातक की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद इनका चयन भारतीय सेना में हो गया और आगे की शिक्षा के लिए इन्हें भारतीय सैन्य अकादमी जाने का अवसर इन्हें प्राप्त हुआ।
सैन्य सेवा
भारतीय सेना मैं अपनी सेवा देना हर भारतीय के लिए एक गौरव का पल होता है कर्नल अजय कोठियाल ने भी भारतीय सेना में रहते हुए देश की रक्षा का दायित्व संभाला उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सीडीएस की परीक्षा के माध्यम से भारतीय सेना में एंट्री ली। वह 1992 में गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट की चौथी बटालियन में सेकंड लेफ्टिनेंट के रूप में सेना में शामिल हुए।
वर्ष 1994 में उन्होंने जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग स्थित हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल ( High Altitude Warfare School ) से बेसिक माउंटेन वारफेयर का प्रशिक्षण शुरू किया। कर्नल कोठियाल ने वर्ष 2001 में माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करने वाली भारतीय सेना की पहली टीम का हिस्सा भी रह चुके है।
12 मई 2003 को कर्नल कोठियाल के नेतृत्व में भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में अपनी सर्जिकल स्ट्राइक की थी इस ऑपरेशन में वे घायल हुए थे । उनके शरीर पर दो गोलियां लगी थी जो आज भी उनके शरीर पर हैं । इस ऑपरेशन में सात आतंकवादी मारे गए थे । कर्नल कोठियाल को उनके इस अदम्य साहस के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था ।
इसके बाद वर्ष 2011 में उन्होंने विश्व की आठवीं सबसे ऊंची चोटी माऊंट मानसलू को फतह किया । इस उपलब्धि के बाद उन्हें विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
कर्नल कोठियाल ने वर्ष 2012 में भारतीय सेना की सात महिला अधिकारियों के एक दल का नेतृत्व किया और दूसरी बार विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को सफलतापूर्वक फतह किया । उनकी इस कामयाबी पर तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने उन्हें शौर्य चक्र देकर सम्मानित किया ।
कर्नल अजय कोठियाल में भारतीय सेना से वर्ष 2018 में कर्नल पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्त हुए ।
केदारनाथ आपदा में योगदान :
वर्ष 2013 में आई आपदा में उत्तराखंड को बहुत क्षति पहुंची। इस आपदा की चपेट में केदारनाथ मंदिर भी आ गया था, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी । दुर्गम स्थान होने के कारण यहां शीघ्र राहत कार्य पहुंचना मुश्किल था , ऐसे मौके पर कर्नल अजय कोठियाल और उनकी टीम प्रभावित इलाके पर पहुंचे और बचाव कार्य में सहयोग दिया । कर्नल कोठियाल की देखरेख में केदारनाथ का पुनर्निर्माण कराया गया था। कर्नल कोठियाल ने 11000 फीट से भी अधिक ऊंचाई पर हुए इस पुनर्निर्माण कार्य को तत्परता से कराते हुए सफलतापूर्वक पूर्ण किया।
उत्तराखंड में की यूथ फाउंडेशन (Youth Foundation) स्थापना :
कर्नल कोठियाल ने वर्ष 2013 में गढ़वाल क्षेत्र के युवाओं को भारतीय सेना और अर्धसैनिक बल में शामिल होने में मदद करने के लिए यूथ फाउंडेशन Youth Foundation किस स्थापना की। इस फाउंडेशन के माध्यम से उन्होंने गढ़वाल क्षेत्र के ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण दिया और साथ ही गढ़वाल क्षेत्र के ही गरीब लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में मदद की। उनके द्वारा शुरू किए गए इस यूथ फाउंडेशन के माध्यम से उत्तराखंड के युवाओं को उचित प्रशिक्षण मिल रहा है और युवा सेना में भर्ती भी हो रहे हैं ।
पुरस्कार (Awards)
कर्नल अजय कोठियाल को सेना में रहते हुए कीर्ति चक्र , शौर्य चक्र और विशिष्ट सेवा मेडल से पुरस्कृत किया गया । इसके अलावा उन्हें उत्तराखंड रत्न और सलाम इंडिया अवार्ड विशेष पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है ।
FAQ :
Q : कर्नल अजय कोठियाल का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?
Ans : 26 फरवरी 1969 टिहरी गढ़वाल (उत्तराखंड)
Q : कर्नल अजय कोठियाल की पार्टी का नाम क्या है ?
Ans : आम आदमी पार्टी
Q : कर्नल अजय कोठियाल की उम्र कितनी है ?
Ans : 52 वर्ष
Ans : गंगोत्री विधानसभा सीट (उत्तराखंड)
Q : कर्नल अजय कोठियाल को कीर्ति चक्र कब दिया गया ?
Ans : 2004
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